शास्त्र” और “वचन” में क्या अंतर है?

by Rose Makero | 9 जून 2025 08:46 पूर्वाह्न06

 

प्रश्न: हम अकसर कहते हैं, “आइए शास्त्र पढ़ें” और कभी-कभी कहते हैं, “आइए परमेश्वर का वचन पढ़ें”। तो क्या इन दोनों शब्दों में कोई फर्क है?

उत्तर: आइए सबसे पहले “वचन” या “परमेश्वर का वचन” से शुरू करें।

“वचन” परमेश्वर की वह जीवित आवाज़ है, जिसमें एक विशेष संदेश होता है, जो किसी व्यक्ति के पास दर्शन, स्वप्न या रहस्योद्घाटन के द्वारा आता है।

बाइबल में आप पाएंगे कि जब किसी भविष्यवक्ता को परमेश्वर की आवाज़ सुनाई देती थी, तो वह अक्सर “परमेश्वर का वचन” कहलाता था।

उत्पत्ति 15:1
इन बातों के बाद यहोवा का वचन दर्शन में अब्राम के पास पहुंचा, और कहा, “हे अब्राम, मत डर; मैं तेरा ढाल और बहुत बड़ा प्रतिफल हूं।”

इसी प्रकार की अभिव्यक्ति आप इन पदों में भी देख सकते हैं:
1 राजा 17:8, यशायाह 38:4, यिर्मयाह 1:11, यहेजकेल 1:3, यहेजकेल 12:21, होशे 1:1, योना 1:1, मीका 1:1, सपन्याह 1:1 आदि।

आज भी, जब हम किसी से व्यक्तिगत रूप से बात करना चाहते हैं, तो हम कहते हैं, “मुझे तुमसे एक बात कहनी है” या “उसने मुझसे एक बात कही”। इसी तरह, बाइबल में भी “परमेश्वर का वचन” का मतलब होता है—परमेश्वर की जीवित आवाज़।

अब जब हमने ‘वचन’ की बात की, तो ‘शास्त्र’ क्या है?

“शास्त्र” वह वचन है जिसे लिखित रूप में दर्ज किया गया है।

उदाहरण के लिए, जो वचन अब्राम के पास आया था, वह उसके लिए परमेश्वर का जीवित वचन था, लेकिन हमारे लिए वह “शास्त्र” है क्योंकि हम उसे लिखित रूप में पढ़ते हैं। लेकिन ध्यान दें—वचन और शास्त्र, दोनों में वही सामर्थ है।

इसलिए, बाइबल में परमेश्वर द्वारा कहे गए और लिखे गए सभी वचन “शास्त्र” कहलाते हैं। वैसे ही जैसे आप भी अपनी बातों को किसी किताब में लिख सकते हैं, और वे लिखी हुई बातें “शब्द” या “शास्त्र” बन जाती हैं। ठीक उसी तरह, बाइबल में परमेश्वर का हर वचन एक “शास्त्र” है।

इसलिए जो कहता है “आइए शास्त्र पढ़ें” और जो कहता है “आइए परमेश्वर का वचन पढ़ें” — दोनों का मतलब एक ही होता है, और दोनों में वही आत्मिक सामर्थ है।

2 तीमुथियुस 3:16–17
हर एक पवित्रशास्त्र, जो परमेश्वर की प्रेरणा से लिखा गया है, उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा देने के लिये लाभदायक है।
ताकि परमेश्वर का जन सिद्ध बने, और हर एक भले काम के लिये तत्पर हो जाए।

यदि आप विस्तार से जानना चाहते हैं कि परमेश्वर का वचन एक व्यक्ति के जीवन में क्या-क्या करता है, तो यह लेख पढ़ें >> परमेश्वर के वचन की चार (4) प्रमुख क्रियाएं।

क्या आपने यीशु को स्वीकार किया है? क्या आपने सही रीति से बपतिस्मा लिया है? क्या आपको विश्वास है कि जब प्रभु यीशु फिर आएंगे, तो आप उनके साथ जाएंगे?

मारानाथा – प्रभु आ रहा है!


 

DOWNLOAD PDF
WhatsApp

Source URL: https://wingulamashahidi.org/hi/2025/06/09/%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b5%e0%a4%9a%e0%a4%a8-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af/