प्रकाशितवाक्य अध्याय 20 — मसीह का सहस्र वर्ष शासन एवं अंतिम न्याय

प्रकाशितवाक्य अध्याय 20 — मसीह का सहस्र वर्ष शासन एवं अंतिम न्याय

प्रभु यीशु मसीह का धन्यवाद और स्तुति हो! आइए प्रभु के वचन की इस अध्ययन में हम आगे बढ़ें। आज हम बाइबिल की सबसे गूढ़ और भविष्यवाणी भरी पुस्तक — प्रकाशितवाक्य — के अध्याय 20 को देखेंगे।

प्रकाशितवाक्य 20:1–3 — शैतान का बंधन

“फिर मै ने एक स्वर्गदूत को स्वर्ग से उतरते देखा; जिस के हाथ में अथाह कुंड की कुंजी, और एक बड़ी जंजीर थी।
उसने उस अजगर, अर्थात् पुराने साँप को, जो इब्लीस और शैतान है; पकड़ के हज़ार वर्ष के लिये बाँध दिया।
और उसे अथाह कुंड में डालकर बाँध दिया और उस पर मुहर कर दी, कि वह हज़ार वर्ष तक जाति‑जाति के लोगों को फिर न भरमाए। इसके बाद अवश्य है कि वह थोड़ी देर के लिये फिर खोला जाए।”
प्रकाशितवाक्य 20:1‑3 (OV / BSI हिंदी) (YouVersion | The Bible App | Bible.com)

अर्मगेद्दन की लड़ाई (प्रकाशितवाक्य 19) के बाद, जहाँ मसीह ने राष्ट्रों को पराजित किया, यहाँ हम देखते हैं कि शैतान को तुरंत अग्नि की झील में नहीं फेंका गया, बल्कि उसे हज़ार वर्ष के लिए अथाह कुंड (अदोलोक) में बाँधा गया
स्वर्गदूत के हाथ में “चाबी” और “जंजीर” इस आध्यात्मिक सत्ता और नियंत्रण को दर्शाती हैं। इस बंधन का मकसद यह है कि शैतान हज़ार वर्ष तक लोगों को भ्रमित न कर सके। परंतु उसके बाद वह कुछ समय के लिए मुक्त होगा, और फिर एक अंतिम परीक्षा होगी।

प्रकाशितवाक्य 20:4–6 — प्रथम पुनरुत्थान और मसीह के साथ शासन

“मैं ने सिंहासन देखें, और उन पर लोग बैठे, और न्याय करने का अधिकार उन को दिया गया।
और उन की आत्माएँ मैं ने देखीं, जिन्होंने यीशु के लिए और परमेश्वर के वचन के लिए सिर कुटवाया था… और वे जीवित हुए, और मसीह के साथ हज़ार वर्ष तक शासन किया।” (alkitab.me)
“धन्य और पवित्र है वह, जो इसपहले पुनरुत्थान का भागी है; उन पर दूसरी मृत्यु का अधिकार नहीं है…” (alkitab.me)

यहाँ दो प्रमुख समूहों का वर्णन है:

  1. सिंहासन पर बैठे संत — वे विश्वासी जो मसीह की दुल्हन की तरह होंगे, और मसीह के साथ इस सहस्र वर्ष राज्य करेंगे।
    — “क्या तुम नहीं जानते कि संत लोग संसार का न्याय करेंगे?” (1 कुरिन्थियों 6:2)
    — “तुम जो मेरे पीछे चले हो, तुम भी बारह सिंहासनों पर बैठोगे…” (मत्ती 19:28)
  2. महाविपत्ति में शहीद हुए विश्वासियों — वे जिन्होंने पशु की छवि की पूजा न की और छाप न ली, उन्हें नवजीवित शरीर देकर हज़ार वर्ष के लिए मसीह के साथ शासन करने का अवसर मिलेगा।

यह प्रथम पुनरुत्थान उपहार केवल धर्मियों को मिलता है। इस पुनरुत्थान से जुड़े लोगों पर “दूसरी मृत्यु” का अधिकार नहीं रहेगा। (alkitab.me)

सहस्र वर्ष का राज्य (मिलेनियम)

  • इस अवधि में मसीह यहूशलेम से राज करेगा (यशायाह 2:2–4)
  • संत मसीह के साथ राज्य चलाएँगे (लूका 19:17–19)
  • शांति पृथ्वी पर होगी; जानवरों में भी असामान्य सौहार्द्र रहेगा (यशायाह 11:6–9)
  • जीवनकाल बढ़ेगा; पाप दुर्लभ होगा पर पूर्णतः समाप्त नहीं होगा (यशायाह 65:20)

प्रकाशितवाक्य 20:7–10 — अंतिम विद्रोह: गोग और मागोग

“जब हज़ार वर्ष पूरे हो जाएँ, तो शैतान को मुक्त किया जाएगा, और वह जातियों को भ्रमित करने को निकलेगा… गोग और मागोग… युद्ध करने को। तब आग स्वर्ग से उतरी और उन्हें नष्ट कर डाला।” (YouVersion | The Bible App | Bible.com)
“और शैतान, जो उन्हें भ्रमित करता था, आग और गन्धक की उस झील में फेंका गया जहाँ वह पशु और झूठा भविष्यद्वक्ता भी होंगे; और उन्हें दिन और रात युगानुयुग तक पीड़ा होगी।” (YouVersion | The Bible App | Bible.com)

हज़ार वर्ष की शांति के बाद भी, शैतान फिर से विद्रोह करवाएगा। परंतु परमेश्वर तुरंत नष्ट कर देगा। अंत में शैतान को अग्नि की झील में फेंककर अनंतकाल के लिए कैद किया जाएगा।

प्रकाशितवाक्य 20:11–15 — महान श्वेत सिंहासन न्याय

“फिर मैं एक बड़ा श्वेत सिंहासन देखा, और उसके सामने छोटे-बड़े सभी मरे हुए खड़े थे; और किताबें खोलीं गईं।” (alkitab.me)
“अगर किसी का नाम जीवन की पुस्तक में न मिला, वह आग की झील में फेंका गया।” (alkitab.me)

यहाँ दो पुस्तकें खुलती हैं — एक प्रत्येक व्यक्ति के कर्मों की रिकॉर्ड और दूसरी जीवन की पुस्तक। जो कोई भी मसीह को ठुकराएगा या दुष्कर्म करेगा, उसे कर्मों के अनुसार न्याय दिया जाएगा।
“व्यक्ति एक बार मरने के बाद न्याय के लिए उत्तरदायी होगा।” (इब्रानियों 9:27)

क्या आपका नाम जीवन की पुस्तक में लिखा है?

आपका जीवन एक “पुस्तक” है — आपके शब्द, कार्य और विकल्प एक दिन पढ़े जाएंगे।

“हमें सभी को मसीह की न्याय की सीट के सामने उपस्थित होना है, और प्रत्येक को उसके कर्मों के अनुसार फल मिलेगा।” (2 कुरिन्थियों 5:10)

यदि आपका जीवन परमेश्वर के वचन के अनुरूप नहीं है, तो आपका नाम उस जीवन की पुस्तक में नहीं मिलेगा।

अपना नाम लिखवाने का मार्ग

  • पापों पर पश्चात्ताप करें (प्रेरितों के काम 3:19)
  • प्रभु यीशु मसीह में विश्वास करें (यूहन्ना 3:16)
  • पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हों (इफिसियों 1:13–14)
  • पवित्रता का जीवन जिएँ (इब्रानियों 12:14)
  • विश्वास और आज्ञापालन द्वारा विजयी बनें (प्रकाशितवाक्य 3:5)

यदि आप अभी भी पाप में जी रहे हैं

वासना, मद्यपान, बेईमानी, झूठ, घमंड या अन्य अधर्मीता में जी रहे हैं — स्वयं को धोखा न दें। परिवर्तन और पश्चात्ताप के बिना अग्नि की झील आपका भाग होगा।

“आज, यदि तुम उसकी आवाज़ सुनो, तो अपने हृदय कठोर न करो।” (इब्रानियों 3:15)

ये सारी घटनाएँ — शैतान का न्याय, पाप का समाप्ति, मृत्यु की हार — पूर्ण होने के बाद परमेश्वर के साथ शाश्वत काल की शुरुआत होगी, नए स्वर्ग और नई पृथ्वी में, जैसा कि हम प्रकाशितवाक्य अध्याय 21 में देखेंगे।

प्रार्थना
हे पवित्र आत्मा, इस वचन को पढ़ने वाले प्रत्येक हृदय को आह्लादित कर, उन्हें प्रेरित कर कि उनका जीवन परमेश्वर के वचन के अनुरूप हो। ताकि न्याय के दिन, उनका नाम जीवन की पुस्तक से ज़ोर-ज़ोर पढ़ा जाए और वे अनंत आनंद में प्रवेश पाएं।

“जिसके कान हों, वह सुन ले कि आत्मा गिरिज़ों के लिए क्या कहती है।” (प्रकाशितवाक्य 2:7)


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About the author

Prisca editor

Prisca Yohana, known by her artist name "binti wa Mungu" born 24th december, 2000 in Dar es salaam Tanzania. Gospel artist with a deep passion for worship and spreading the message of God’s love through music.

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