“क्यों वह युवक, जो केवल एक लिनेन वस्त्र पहने था, छोड़कर अपनी वेशभूषा त्यागकर नग्न भाग गया?”

“क्यों वह युवक, जो केवल एक लिनेन वस्त्र पहने था, छोड़कर अपनी वेशभूषा त्यागकर नग्न भाग गया?”


प्रश्न:
“क्यों वह युवक, जो केवल एक लिनेन वस्त्र पहने था, छोड़कर अपनी वेशभूषा त्यागकर नग्न भाग गया?”
(मार्कुस 14:51–52)

उत्तर:

सबसे पहले पाठ देखें:

मार्कुस 14:50–52 (Hindi CLBible, BSI):
“तब सभी शिष्य उसे छोड़कर भाग गए। एक युवक, जो केवल परदे के समान एक मलमल का वस्त्र ओढ़े था, उसके पीछे हो लिया; लेकिन जब उसे पकड़ने लगे, तो वह वस्त्र छोड़कर नंगा भाग गया।” (YouVersion | The Bible App | Bible.com)


1. मलमल का वस्त्र — प्रतीकात्मक अर्थ

यह वस्त्र, जो ग्रीक में सिन्डॉन (fine linen garment) कहलाता है, शुद्धता, पवित्रता और आध्यात्मिक रक्षा का प्रतीक हो सकता है। पुराने नियम में यही सामग्री याजकों के वस्त्रों में भी उपयोग होती थी, जो उनका पवित्र पद दर्शाता है। यह प्रकार्य केवल प्रतीक नहीं, बल्कि परंपरागत पवित्रता का बोध कराता है।


2. नग्न भागना — एक दृढ़ छवि

ऐसा भागना संभवतः आम जीवन दृश्य का हिस्सा था—जब कोई वस्त्र ढीला हो और उससे भागते समय वह गिर जाए। लेकिन इस विवरण की ठोसता बताती है कि यह मार्कस द्वारा जानबूझकर शामिल किया गया प्रतीक है—शारीरिक ही नहीं, आध्यात्मिक रूप से भी शून्यता और बेबसी का अनुभव।


3. आध्यात्मिक व्याख्या और प्रेरणा

  • यह दृश्य दिखाता है कि भय और संकट की घड़ी में कैसे हमारी बाहरी “पवित्रता” — जैसे आत्मीय अनुशासन या भावनात्मक उत्साह — एक क्षण में धुल सकती है।
  • नग्न भागने का चित्र हमें चेतावनी देता है: संकट में स्थिर रहो, अपने आध्यात्मिक वस्त्र — अर्थात् विश्वास और धार्मिक प्रतिबद्धता — को न त्यागो।

4. आध्यात्मिक उद्धरण और चेतावनी

  • दिखो, मैं चोर की तरह आऊँगा; धन्य है वह जो जागता रहे और कपड़े पहने रखे, ताकि वह नंगा न हो जाए। (प्रकाशितवाक्य 16:15, NIV अनुवाद से)
    यह संदेश इंगित करता है कि आत्मिक सतर्कता और धार्मिकता को बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।
  • पर जो धार्मिकता केवल कानून या आत्म-आश्रित पर निर्भर है, वह परीक्षा में टूट सकती है।
    जैसा कि शास्त्रों में कहा गया है—“मेरी अपनी धार्मिकता, जो कानून से होती है, वह मैं रखता नहीं; पर जो विश्वास से, वह मसीह की धार्मिकता पर पाया जाता है।” (फिलिप्पियों 3:9, ESV)
    यह हमें सिखाता है कि सच्चा आध्यात्मिक वस्त्र केवल मसीह में ही निरंतरता पाता है।

सारांश

  • वस्त्र (मलमल) = बाहरी धार्मिकता, पवित्रता का प्रतीक
  • नग्न भागना = भय में आत्मिक रक्षा खोना
  • संदेश = संकट में भी आत्मिक वस्त्र — विश्वास, पवित्रता — बनाए रखो।

यदि आप चाहें तो मैं इस व्याख्या को संक्षेप में या किसी विशेष शैली (जैसे प्रवचन या अध्ययन प्रश्नोत्तरी) में भी प्रस्तुत कर सकता हूँ।

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Magdalena Kessy editor

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